नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस-भाजपा भी करा रही सर्वे

दावेदारों की धड़कनें बढ़ा रहे पार्टी के सर्वे


भोपाल. नगरीय निकाय चुनावों के कार्यक्रम के इंतजार के बीच दोनों प्रमुख दलों ने मैदानी तैयारी तेज कर दी है। कांग्रेस ने तो प्रत्याशी चयन के लिए पर्यवेक्षकों को भेजकर रायशुमारी का का एक राउंड भी पूरा कर लिया है और अब दूसरी बार पर्यवेक्षकों को जिलों में भेजने की तैयारी है। वहीं भाजपा भी अब सभी जिलों में प्रदेश पदाधिकारियों को भेजकर दावेदारों की ताकत परखने जा रही है। मगर दोनों ही दलों के दावेदारों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं पार्टी के सर्वे। दोनों ही दलों में टिकट का आधार सर्वे रिपोर्ट ही होंगी। इन गुप्त सर्वे के कारण सभी दावेदारों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं और वे चारों ओर हाथ-पैर पटकने को मजबूर हैं।

सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने सभी जिलों में गुप्त सर्वे शुरू करा दिए हैं। खासकर नगर निगमों के महापौर और नगर पालिका अध्यक्षों के लिए प्रदेश संगठन द्वारा गुप्त जानकारी एकत्रित की जा रही है। वहीं जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं से भी दावेदारों के संबंध में जानकारी ली जा रही है। प्रदेश पार्टी के सर्वे के आधार पर ही टिकट दी जाएगी। हालांकि प्रदेश संगठन में महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षद पदों के पैनल बनाने के लिए पहले से ही सेट पैटर्न है। संभागीय और जिला समितियों के माध्यम से दावेदारों की पैनल प्रदेश संगठन को भेजी जाती है। अब इन समितियों के गठन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जल्द ही प्रदेश पदाधिकारियों को प्रभार के जिलों में भेजकर दावेदारों की ताकत परखी जाएगी। मगर कुछ जिलों में दबे पांव सर्वे किए जाने लगे हैं। इसके चलते नगर पालिका अध्यक्ष से लेकर वाडों के दावेदारों की सक्रियता बढ़ गई है। जिला संगठन के चक्कर लगाने के साथ ही सर्वे की सुगबुगाहट के बीच सभी दावेदाराने मशक्कत तेज कर दी है।

अब 11 को पहुंचेंगे प्रदेश पदाधिकारी

भाजपा के सभी प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री और मंत्री तथा मोर्चा अध्यक्षा फरवरी को सला-अलागि पहयो। हालाकि सभी पदाधिकारियों को केंद्र सरकार के बजट की जानकारी देने के लिए जिलों में भेजा जा रहा है। मगर यह प्रदेश पदाधिकारी जिला संगठन की बैठक भी लेंगे। साथ ही नगरीय निकाय चुनावों की तैयारियां तेज कराते हुए दावेदारी का रिकॉर्ड भी एकत्रित करेंगे।

पार्टी के सर्वे दोबारा जाएंगे कांग्रेस के पर्यवेक्षक

नगरीय निकाय चुनावों की तैयारियों को लेकर कांग्रेस की तैयारियां भाजपा की तुलना में ज्यादा तेज गति से चल रही हैं। कांग्रेस अपने पर्यवेक्षकों को भेजकर सभी जिलों में रायशुमारी का एक चरण पूरा कर चुकी है। इसमें दावेदारों की पैनल भी प्रदेश संगठन के पास पहुंच चुकी है तो विवादों के निराकरण की कोशिश भी प्रदेश संगठन कर चुका है। पर्यवेक्षकों के अलावा पार्टी के सचिव भी लगातार दौरा कर रहे हैं। प्रदेश संगठन ने एक बार फिर सभी पर्यवेक्षकों को प्रभार के जिलों में जाने को कहा है, ताकि चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा होने तक पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में तैयारियों को तेज किया जा सके। इसके अलावा प्रदेश संगठन इन चुनावों में प्रत्याशी तय करने के पहले गुप्त सर्वे कराएगा। प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ पहले ही कह चुके हैं महापौर और पालिका अध्यक्ष पद के प्रत्याशी का नाम सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही तय किए जाएंगे। हालांकि कांग्रेस ने उपचुनावों में भी सर्वे के आधार पर ही प्रत्याशी तय किए थे। मगर चुनाव में मात्र नौ सीटें ही जीत मिलने के बाद पार्टी में विवाद की स्थिति बन गई थी।