जयपुर. राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल के विस्तार के कयासों पर फिलहाल विराम लग गया है। यह इंतजार अभी और कितना लम्बा होगा, इसे लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। मौजूदा हालात को अगर देखा जाए तो लगता है कि अब जून-जुलाई से पहले मंत्रिमण्डल विस्तार मुमकिन नहीं होगा। वहीं, कयास ये भी हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार हुआ भी तो पूरे 30 मंत्री नहीं बनाए जाएंगे। इसके पीछे कई कारण और रणनीति बताई जा रही है। राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार के कयास पिछले कई महीनों से लगाए जा रहे हैं, लेकिन गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन के बयान के बाद फिलहाल इन अटकलों पर विराम लग गया है। माकन ने साफ कर दिया है कि बजट सत्र के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार मुमकिन नहीं है। अब सवाल यह है कि आखिर यह इंतजार अभी और कितना लम्बा होगा? क्या बजट सत्र के बाद नये मंत्री बना दिए जाएंगे या फिर इसके लिए और भी लम्बा इंतजार करना होगा? कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने हालाकि अभी बजट सत्र का हवाला दिया है, लेकिन देश-प्रदेश की राजनीतिक स्थितियों पर अगर गौर किया जाये तो ऐसा प्रतीत होता है कि मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए विधायकों को इसके बाद भी कुछ महीने और इंतजार करना पड़ सकता है।
गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो भी पूरे 30 मंत्री नहीं बनाए जाएंगे!