भोपाल. सवा साल की कांग्रेस सरकार को अपदस्थ करके फिर से सत्ता में काबिज होने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ चुनावी मंचों पर भले ही एक-दूसरे के खिलाफ भला बुरा कहें, लेकिन कुछ मामलों में दोनों के बीच बेहतर सामंजस्य और समझ है। छिंदवाड़ा का विकास मॉडल ऐसे ही मामलों में से एक है। कमल नाथ सरकार में प्रस्तावित छिंदवाड़ा का मास्टर प्लान को मौजूदा शिवराज सरकार ने जस का तस मंजूर कर दिया है। छिंदवाड़ा शहर के मास्टर प्लान 2031 में कमल नाथ सरकार द्वारा निवेश क्षेत्र में शामिल किए गए 27 गांवों के विकासात्मक स्वरूप पर शिवराज सरकार ने अपनी सहमति दे दी है। 9 नवंबर के राजपत्र में इसका प्रकाश कर दिया गया है। इसका नया नक्शा भी जारी किया गया है। अब इस पर एक माह में दावे-आपत्तियां और सुझाव दिए जा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने विकास के जिस छिंदवाड़ा मॉडल को विधानसभा चुनाव-2018 में आगे रखकर अपनी सरकार बनाई और सत्ता में रहते हुए 'छिंदवाड़ा के मुख्यमंत्री' जैसे आरोपों का सामना किया। कमल नाथ सरकार में विभागों का सबसे ज्यादा ध्यान छिंदवाड़ा जिले पर रहा। सत्ता गंवाने के बाद भी छिंदवाड़ा कमल नाथ की प्राथमिकताओं में है। माना जाता है कि छिंदवाड़ा से जुड़े कामों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कमल नाथ में बेहतर सामंजस्य है। यही कारण है कि छिंदवाड़ा से जुड़े काम शिवराज सरकार में भी अटकते नहीं हैं।
छिंदवाड़ा निवेश क्षेत्र में जुड़े ये 27 गांव
राजपत्र के अनुसार छिंदवाड़ा में निवेश के लिए भूमि के वर्तमान उपयोग संबंधी मानचित्रों को मप्र नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम 1973 की धारा 15 को उपधारा (1) के अधीन उप संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा अनुसूची के अनुसार तैयार किया गया है। निवेश क्षेत्र की अनुसूची छिंदवाड़ा निवेश क्षेत्र की संशोधित सीमाएं उत्तर डुंगरिया, झण्डा, खापामिठेखा, झिरलिंगा, चारगांव, लकड़ाई जम्होड़ी, पूर्व में लकड़ाई, जम्होड़ी, सारना, अजनिया, सुरगो, कबाडिय़ा, सोनाखार, पखडिय़ा, अतरवाड़ा, माल्हनवाड़ा, कुकड़ाचिमन एवं अर्जुनवाड़ी, दक्ष्ज्ञिण में अर्जुनवाड़ी, मैनारी, जैतपुरखुर्द, लिंगा एवं गाडरवाड़ा, पश्चिम में गाडरवाड़ा, सालोमेटा, खुनाझिरकलां, खैरवाड़ा, थुनियाउदना, गुरैया, कुण्डालीकलां, मोआदेई एवं मानेगांव की सीमाएं शामिल हैं।
छिंदवाड़ा शहर में कुल 54 गांवों का निवेश क्षेत्र
2011 में समाप्त हुए मास्टर प्लान 2031 में नगरपालिका के समय 14 गांव निवेश क्षेत्र थे। छिंदवाड़ा नगर निगम के गठन के बाद उसमें 27 गांव शामिल किए गए। कमलनाथ सरकार आने के बाद फिर से नए 27 गांव जोड़ दिए गए हैं। अब मास्टर प्लान में शहर के अलावा 54 गांवों का निवेश क्षेत्र होगा।
दावे-आपत्ति मांगे गए
प्रस्तावित मास्टर प्लान में भूमि के वर्तमान उपयोग सम्बधी मानचित्र के सम्बंध में सदि किसी नागरिक की कोई आपत्ति या सुरवात हो तो वे आयुक्त-सह-संचालक नगर तथा ग्राम निवेश भोपाल, उप संचालक, नगर तथा शाम निवेश छिदवाड़ा को राजपत्र प्रकाशन की तारीख से तीस की अवधि के भीतर प्रस्तुत कर सकते हैं।