कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट

शासकीय अस्पताल में इस वायरस के लिए अलग से बनाएगे वार्ड



नागदा। कोरोना वायरस के देश में दस्तक देने के साथ ही जिला व स्थानीय स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया। जिला मुख्यालय पर गुरुवार को वायरस को हुई बैठक में स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए गए है। वायरस को लेकर नागदा के शासकीय अस्पताल में दो वार्ड बनाए जा रहे है। जिसमें वायरस के लक्ष्ण वाले मरीजों को रखा जाएगा और उसकी जांच के लिए उसे जिला मुख्यालय पर भेजा जाएगा। विभाग द्वारा शहर के समस्त अस्पताल व मेडिकल स्टोर संचालकों की बैठक आयोजित कर निर्देश दिए जाएगे कि कोई भी सर्दी व खांसी का मरीज आए तो उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे। साथ ही मेडिकल स्टोर संचलाकों को निर्देश दिए है कि वे किसी भी मरीज या व्यक्ति को सर्दी-खांसी की दवा बिना डॉक्टर की पर्ची के न दे। इस तरह के मरीज को शासकीय अस्पताल भेजे।
उद्योग प्रबंध को देेगे पत्र
औद्योगिक शहर नागदा में स्थित उद्योगों को भी स्वास्थ्य विभाग पत्र जारी कर उद्योग में आने वाले अन्य देश के लोगों की जानकारी जुटाएगा। विभाग उद्योग को पत्र लिखकर उनकी कंपनी में विदेश से आने वाले मेहमानों व कंपीन से अन्य देश में जाने वाले लोगों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देना होगी। गौरतलब है कि शहर में स्थित ग्रेसिम व लैक्सेंस उद्योग का अन्य देश में भी प्लांट है। इस कारण यहंा पर अन्य देश चाईना, थायलेंड, जर्मनी, इंडोनेशिया आदि देश से मेहमान नागदा आते है। साथ ही औद्योगिक शहर होने से नागदा में बड़ी संख्या में प्रतिदिन देश के विभिन्न प्रांत से भी ट्रक व टेंकर चालक आते है।
झोलाछाप डॉक्टर पर दी हिदायत
स्वास्थ्य विभाग झोला छाप डॉक्टरों को हिदायत देगा कि वे भी किसी मरीज को उपचार करने से पहले उसकी बिमारी समझे और उसकी सूचना शासकीय अस्पताल को दे। गौरतलब है कि क्षेत्र में लगभग 100 से अधिक झोलाछाप डॉक्टर है जो अन्य प्रांत से डिगी लेकर शहर व आसपास के गांव में क्लिनिक खोकर बैठे है। इन में अधिकांश चिकित्सक बंगाली है। कई बार स्वास्थ्य विभाग इन पर
कार्यवाही कर चुका है। लेकिन ठोस कार्यवाही नहीं होने से यह झोलाछाप चिकित्सक मानव जीवन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
इनका कहना
कोरना वायरस को लेकर गुरुवार को जिला मुख्यालय पर बैठक हुई है। नागदा अस्पताल में दो अलग से कक्ष बनाए जा रहे है। जिनमें इस वायरस के लक्ष्ण वाले मरीजों को रखा जाएगा, इन मरीजों की जांच जिला मुख्यालय पर कि जाएगी। उद्योग को भी पत्र लिखा जा रहा है कि विदेश से आने वाले मेहमानों की जानकारी हमे दे।



डॉ. कमल सोलंकी
बीएमओ, स्वास्थ्य विभाग नागदा