शाकिर अली दीप
देवास। मां चामुण्डा की श्रद्धा नगरी मे नशे के व्यपारी लम्बे समय से सक्रिय रहकर समाज को खोखला कर रहे हैं और अपना कल्याण कर रहे हैं । नशा माफियाओं मे से कुछ सफेदपोश नगर निगम तक पहुंचने मे सफल होकर कलेक्टर, एस पी के साथ त्योहारों पर भी फोटो निकलवाकर सोशल मीडिया पर डालते हैं। जनप्रतिनिधि का मुखौटा लगाकर ये अवैध कारोबारी अपने रिश्तेदारों और निकटतम से जमकर अपना असामाजिक कारोबार चलवा रहे हैं। देवास मे नशे का जहरीला व्यपार जारी है और युवाओं सहित छात्रों को भी जाल मे फंसाने वाला नेटवर्क सक्रिय है। चरस के जहरीले कारोबार के लिये देवास का रेल्वे स्टेशन और उसके निकट का क्षेत्र सुरक्षित है तभी यहां से लाखों का माल दूसरे शहरों के कारोबारी लेकर जा रहे हैं। बताया जाता है कि रेल्वे स्टेशन और आसपास चरस सहित अन्य नशे के कारोबारियों का जाल फैला है और आसानी से जहर का आदान-प्रदान हो रहा है।
रेल्वे पुलिस और स्थानीय पुलिस भी चरस के डीलर को जानती है बावजूद इसके यह व्यपार आसानी से विस्तार कर रहा है। पुलिस विभाग के ही कुछ विशेष सहयोगियों से यह विषेला व्यपार सुरक्षित विस्तार कर रहा है।
देवास रेल्वे स्टेशन पर होती है चरस के व्यपारियों की बड़ी डील