सास का हाथ पकडक़र ऑफिस तक ले गई, पैर छूकर संभाली जिम्मेदारी

इंदौर। शहर की पहली महिला एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने इंदौर की कमान संभाल ली। वे सुबह 11 बजे कार से कलेक्टर पति शशांक, बेटे और सास के साथ डीआईजी कार्यालय पहुंचीं। सास को खुद हाथ पकडक़र ऑफिस तक ले गईं। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने उनका स्वागत किया और चार्ज सौंपा। एसएसपी ने पहले सास के पैर छुए। फिर नई जिम्मेदारी संभाली। बाद में वे एडीजी वरुण कपूर के कार्यालय पहुंची।


वर्ष 2006 की आईपीएस बैच की टॉपर और अचूक निशानेबाज रुचि वर्धन मूल रूप से सतना की रहने वाली हैं। वे होशंगाबाद में एसपी और भोपाल व राजगढ़ में एएसपी रह चुकी हैं। भोपाल की ही सबसे प्रमुख सातवीं बटालियन में कमांडेंट भी रही थीं। उनके पति शशांक मिश्र उज्जैन कलेक्टर हैं। उनकी एक बेटी है। मिश्र बताती हैं कि मुझे शुरू से ही कुछ अलग करने का जुनून था। मेरा आईएएस और आईपीएस दोनों के लिए चयन हो गया था। पहले अटैम्प्ट में ही आईपीएस का इंटरव्यू क्लियर कर लिया था।
गैंग रेप के दो मामलों में 12 को सजा दिलवाने में अहम् भूमिका
भोपाल में नवंबर 2016 में यूपीएससी की छात्रा से गैंग रेप के मामले में जांच अधिकारी रहते उन्होंने कोर्ट के आदेश पर डे-बाय-डे चैलेंज मिलने पर जांच पूरी कर चार्जशीट पेश की थी। इसमें सभी चारों आरोपियों को कोर्ट ने दिसंबर 2017 में आजीवन सजा सुनाई थी। वे भोपाल में ही रेलवे एसपी रही थीं। भोपाल रेलवे स्टेशन पर 2016 में 13 वर्षीय बच्चे से आठ युवकों ने गैंग रेप किया था।